ईवीएम क्या है आपके मन में भी यह सवाल आया है तो फिर बने रहिए इस पोस्ट के साथ इस पोस्ट में आपको ईवीएम रिलेटेड सारी जानकारियां मिलने वाली है.
सबसे पहले तो आपको बता देना चाहते हैं कि इस पोस्ट में आपको ईवीएम से रिलेटेड कौन सी जानकारियां मिलने वाली है.
ईवीएम रिलेटेड पूछे जाने वाले सवाल
ईवीएम क्या है इस सवाल के जवाब के साथ आपको इन सवालों के जवाब मिलने वाले हैं लेकिन सबसे पहले हम शुरुआत करेंगे ईवीएम क्या है.
ईवीएम यह बड़ी काम की मशीन है जिसका उपयोग चुनाव में होता है आपने अक्सर ईवीएम के बारे में टीवी अखबार में देखा या सुना होगा.
EVM को लेकर हमारे देश भारत में तरह-तरह के सवाल उठते रहते हैं कई राजकीय पार्टियों ने इसका विरोध किया है तो कई राजकीय पार्टियों ने ईवीएम का समर्थन किया है.
सबसे पहले तो हम बात करेंगे ईवीएम का फुल फॉर्म क्या है उसके बाद हम ईवीएम रिलेटेड सारी जानकारी आपके साथ शेयर करते जाएंगे.
हमारे देश में कई लोगों को ईवीएम का फुल फॉर्म पता नहीं होता है तो चलिए हम आपको ईवीएम का फुल फॉर्म क्या है वह बता देते हैं.
evm full from: electronic voting machine
अब आपको पता चल चूका है की ईवीएम का फुल फॉर्म होता है इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन अब हम ईवीएम की तस्वीर देख ले ताकि आपको ईवीएम को समझने में आसानी हो.
मुझे पूरी उम्मीद है आप यह पोस्ट पूरा पढ़ लेंगे उसके बाद आपके पास ईवीएम से रिलेटेड कोई सवाल नहीं रहेगा क्योंकि आपको इस पोस्ट में ईवीएम से रिलेटेड सारे जवाब मिल चुके होंगे.
ईवीएम मशीन का उपयोग चुनाव में होता है चुनाव के दौरान ईवीएम पर बटन दबाकर आम नागरिक अपना वोट अपने पसंदीदा उम्मीदवार को दे सकते हैं.
इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन एक उपकरण है जिसका उपयोग आमतौर पर चुनाव के दौरान होता है चुनाव के दौरान वोट डालने और के परिणाम के दिन वोट गिनने के लिए इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन का उपयोग किया जाता है.
ईवीएम को दो इकाइयों के साथ डिजाइन किया गया है आपको हम ईवीएम की दोनों ही इकाइयों के बारे में भी बता देना चाहते हैं.
नियंत्रण इकाई और बैलट यूनिट यह दोनों ही एक केबल के द्वारा साथ में जुड़ी रहती हैं. जिसका उपयोग वोट डालने और वोट गिनने के लिए किया जाता है.
किस देश ने ईवीएम मशीन का आविष्कार किया है
आपको जानकर यह खुशी होगी कि ईवीएम मशीन का आविष्कार सर्वप्रथम भारत में हुआ है वर्ष 1980 में M.B.Haneefa ने ही सर्वप्रथम वोटिंग मशीन का आविष्कार किया था.
लेकिन वर्ष 1989 में भारतीय चुनाव आयोग और इलेक्ट्रॉनिक्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड के सहयोग से भारत के बड़े शहरों में इसका सफल परीक्षण किया गया था.
इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन का निर्माण भारत के 2 सार्वजनिक क्षेत्र में होता है जिनके नाम आपको नीचे दिए गए है.
आपको हम यह भी बता देना चाहते हैं कि ईवीएम मशीन का डिजाइन भारतीय चुनाव आयोग के तकनीकी विशेषज्ञ टीईसी के द्वारा किया जाता है.
पहली ईवीएम इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन कब और कहाँ इस्तेमाल की गई थी
वोटिंग मशीन का आविष्कार 1980 में हुआ था जैसा कि आपको हमने पहले ही बता दिया है अब आपके मन में जो सवाल होगा कि ईवीएम मशीन का पहली बार उपयोग कहां पर किया गया था.
ईवीएम मशीन का उपयोग पहली बार वर्ष 1982 में भारत के दक्षिणी क्षेत्र केरल राज्य की परवूर विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव में सीमित संख्या में ईवीएम मशीन का उपयोग किया गया था.
इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन किस तरह से होती है
वोटिंग मशीन में दो इकाइयों होती है जिसके बारे में हमने आपको पहले ही जानकारी दी है एक है कंट्रोल यूनिट और दूसरा है बैलट यूनिट अब आपको हम बताते हैं कि इसकी कार्यप्रणाली मतदान की पारंपरिक प्रणाली से अलग कैसे है.
इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन वोटों की रिकॉर्डिंग करता है और इसमें वोट डालना बहुत ही आसान है मतदाता को ईवीएम मशीन पर बटन दबाना होता है और बड़ी ही आसानी से इसमें वोट आपके पसंदीदा उम्मीदवार को पड जाता है.
कौन से देश इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों का उपयोग करते हैं
दुनिया के कई देशों में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन का उपयोग किया जाता है जिसमें से मुख्य तौर पर भारत और ब्राजील में सभी छोटे-बड़े चुनाव में इसका उपयोग किया जाता है.
इसके अलावा संयुक्त राज्य अमेरिका में भी बड़े पैमाने पर इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन का उपयोग किया जाता है इसके साथ ही नीदरलैंड में भी इसका उपयोग किया जाता है.
इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन का उपयोग करने वाले देशों की संख्या कम है लेकिन इस पर प्रतिबंध लगाने वाले देशों की संख्या ज्यादा है इसके लिए हम कुछ बड़े देशों के नाम ही आपके साथ शेयर कर पा रहे हैं जिन्होंने इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन पर प्रतिबंध लगाया है.
दुनिया के इन देशों ने इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन पर प्रतिबंध लगाया है
जब भी चुनाव होते हैं तो आम जनता में यह सवाल उठता है कि क्या ईवीएम इंटरनेट से कनेक्ट हो सकता है इसका सीधा सा जवाब है कि ईवीएम मशीन सीधे तौर पर इंटरनेट से कनेक्ट नहीं हो सकता है.
ईवीएम में अधिकतम कितने वोट डाले जा सकते हैं
एक ईवीएम मशीन में कितने वोट डाले जा सकते हैं यह सवाल आपके मन में भी आया होगा तो इसका जवाब है चुनाव आयोग के द्वारा भारत में उपयोग में ली जाने वाले ईवीएम मशीन में 2,000 से अधिक वोट नहीं डाले जा सकते हैं.
ईवीएम क्या है इसे समझाने के लिए हमने 9 सवालों पर रोशनी डाली है लेकिन फिर भी मेरा यह मानना है कि आपके जो सवाल हैं उनके पूरी तरह से जवाब नहीं मिला है.
में जानता हूं कि आपके मन में यह सवाल जरूर होगा कि क्या ईवीएम को हैक किया जा सकता है तो चलिए इस पर भी हम रोशनी डाल लेते हैं.
आप इस पोस्ट में पढ़ रहे है की ईवीएम क्या है.
भारत देश में जब भी चुनाव चल रहा हो उसके दौरान मीडिया डिबेट में अखबारों में आम जनता में एक ही सवाल बार बार आता है कि क्या चुनाव के दौरान ईवीएम मशीन हैक हो जाती है.
लेकिन यहां पर में साफ कर देना चाहता हूं कि ईवीएम मशीन को हैक करना इतना आसान नहीं है फिर भी में यह जानता हूं कि ईवीएम मशीन एक इलेक्ट्रॉनिक उपकरण है जिसे हैक किया भी जा सकता है.
इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन हैक प्रूफ
भारत देश में जितने भी राजकीय पार्टियों या फिर नेताओं ने सवाल उठाए हैं कि ईवीएम मशीन को हैक किया जाता है लेकिन अभी तक किसी भी नेता ने पुख्ता सबूत पेश नहीं किए है की ईवीएम मशीन को हैक किया जाता है.
मौजूदा समय में भी भारत में कई विपक्षी पार्टियां ईवीएम पर सवाल उठाती रहती है इससे पहले भी 2009 में एक बड़े राजनेता ने ईवीएम पर सवाल उठाए थे लेकिन उन्होंने भी कोई पुख्ता सबूत तब भी पेश नहीं किए थे.
यहां तक कि जो अभी मौजूदा भारत में सरकार में राजकीय पार्टी है इसके एक नेता उस समय 2009 में इस पर एक किताब लिखी थी की ईवीएम मशीन को हैक किया जाता सकता है.
लेकिन उस किताब में ईवीएम मशीन को हैक करने के तरीके के बारे में कहीं भी जिक्र नहीं किया गया था चुनाव आयोग ने भी समय-समय पर ईवीएम हैकिंग के उठ रहे सवालों का जवाब दिया है.
अभी मौजूदा समय में ईवीएम पर ज्यादा सवाल उठे थे इसे ध्यान में रखते हुए फिर भारतीय सर्वोच्च न्यायालय ने ईवीएम में वीवीपैट लगाने का सुझाव दिया था जिसे चुनाव आयोग ने अब हर चुनाव में लागू कर दिया है.
आपने हाल ही में ही हुए 2019 लोकसभा चुनाव में वोट दिया होगा तो आपके सामने भी एक वीवीपैट मशीन रखी गई होगी जब आप वोट अपने पसंदीदा उम्मीदवार को दिया होगा तो उस उम्मीदवार की तस्वीर और उसकी राजकीय पार्टी का सिंबल आपको वीवीपैट मशीन में दिखाई दिया होगा.
वीवीपैट मशीन से चुनाव में पारदर्शी लाने के लिए भारतीय चुनाव आयोग का एक अहम फैसला है कि हर चुनाव के दौरान अब वीवीपैट मशीन भी लगाई जाएगी.
वीवीपैट मशीन का फुल फॉर्म क्या है
आपकी भी यह जाने की बड़ी इच्छा होगी कि वीवीपैट मशीन का फुल फॉर्म क्या है तो चलिए हम आपको बता देते हैं.
vvpat full form: Voter verifiable paper audit trail
Voter verifiable paper audit trail यानी कि आपने जिस उम्मीदवार को वोट दिया है उसकी एक तस्वीर उसका चुनाव चिन्ह एक कागज पर उसकी छपाई हो जाएगी जिसे आप थोड़ी देर के लिए वीवीपैट मशीन में देख पाएंगे.
मुझे पूरी उम्मीद है कि अब आपको ईवीएम क्या है ईवीएम का इस्तेमाल किस में होता है ईवीएम से रिलेटेड आपके सारे सवालों के जवाब इस पोस्ट में मिल चुके हैं.
फिर भी आपको ईवीएम से रिलेटेड कोई जानकारी नहीं मिली है तो आप उस बारे में हमें कमेंट में पूछ सकते हैं यदि हमारे पास उसकी जानकारी होगी तो आपके साथ जरूर शेयर की जाएगी.
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